भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की रिलायंस को एशियन पेंट्स में निवेश से काफी प्रॉफिट मिलने वाला है. 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के चरम पर किए गए 500 करोड़ रुपए के निवेश पर 10 हजार करोड़ रुपए का मुनाफा कमाने के लिए तैयार हैं. हाल के दिनों में एशियन पेंट्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज का निवेश बढ़कर 10,500 करोड़ रुपए हो गया है. इसमें अभी डिविडेंड को नहीं जोड़ा गया है.
1.31 अरब डॉलर बेचने की योजना
Reliance Industries Ltd ने एशियन पेंट्स में अपनी 4.9 प्रतिशत हिस्सेदारी 1.31 अरब डॉलर बेचने की योजना को फिर से शुरू किया है. बता दें, इस कदम को कंपनी ने तब उठाया है जब पेंट्स उद्योग में मार्जिन का दबाव और बढ़ गया है. इस डील को संभालने की जिम्मेदारी रिलायंस ने बैंक ऑफ अमेरिका को दिया है. इन शेयरों की बिक्री ब्लॉक डील के जरिए होगी. लेकिन इसको लेकर खरीदार मार्केट प्राइस से 6 से 7 प्रतिशत की छूट मांग कर रहे हैं.
हिस्सेदारी 500 करोड़ रुपए में खरीदी थी
Reliance Industries Ltd ने 2008 में इस हिस्सेदारी को 500 करोड़ रुपए में खरीदी थी. जो अब ये डिविडेंड के साथ 22 गुना बढ़कर 11,141 करोड़ रुपए हो गया है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी Reliance Industries Ltd के लिए नॉन-कोर निवेश है. पेंट्स मार्केट 9 बिलियन डॉलर में और ग्रासिम का बिरला ओपस 3 से 4 मार्केट शेयर और नोबेल की बिक्री के कारण इसमें कॉपटिशन बढ़ा है. बता दें, एशियन पेंट्स का मार्केट शेयर FY25 में 59 प्रतिशत से घटकर 52 प्रतिशत ही रह गया है.
पिछले 4 क्वार्टर से कमजोर रेवेन्यू ग्रोथ रहा है
इस समय एशियन पेंट्स के लिए चुनौतियां ये है कि पिछले 4 क्वार्टर से कमजोर रेवेन्यू ग्रोथ रहा है. वहीं शहरी बाजारों में मांग कमजोर, बर्जर, कंसाई नेरोलैक के मुकाबले 6 प्रतिशत से कम की बढ़ोतरी. इसको लेकर रिलायंस की रणनीति ये है कि नई एनर्जी प्रोजेक्ट्स में लगाना चाहते हैं. वहीं पिछले 4 साल में रिलायंस ने रिटेल और डिजिटल सेवाओं में $50 बिलियन और नई एनर्जी में $9 बिलियन तक का निवेश किया है.